एक श्लोकी रामायणं *****
अदौ राम तपो बनादी गमनम, हत्वा मृगा कांचनम !
वैदेही हरणं जटायु मरणं, सुग्रीव सम्भाषणम, !!
बाली निर्दनलनम समुद्र तरणं लंकापुरी दाहनं !
पस्चान्द्रवाणनम कम्भ कर्ण हरणं एनदद्धि श्री रामायणं !!
एक श्लोकी भागवतम ******
आदौ देवकी देव गर्भ जननम, गोपी गृहे बर्धनम, !
माया पूतंन जीवताप हरणं गोवार्धानो धारणं !!
कंस छेदन कौरावादी हननंम कुंती सुतानपालनं !
एतद भागवत पुराण कभितम श्री कृष्ण लीलाम्रतम !!
जय श्री रामा ! जय श्री कृष्णा !
अदौ राम तपो बनादी गमनम, हत्वा मृगा कांचनम !
वैदेही हरणं जटायु मरणं, सुग्रीव सम्भाषणम, !!
बाली निर्दनलनम समुद्र तरणं लंकापुरी दाहनं !
पस्चान्द्रवाणनम कम्भ कर्ण हरणं एनदद्धि श्री रामायणं !!
एक श्लोकी भागवतम ******
आदौ देवकी देव गर्भ जननम, गोपी गृहे बर्धनम, !
माया पूतंन जीवताप हरणं गोवार्धानो धारणं !!
कंस छेदन कौरावादी हननंम कुंती सुतानपालनं !
एतद भागवत पुराण कभितम श्री कृष्ण लीलाम्रतम !!
जय श्री रामा ! जय श्री कृष्णा !
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